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बुधवार, 26 दिसंबर 2012

वैज्ञानिक पद्धतिसँ होएत मिथिलाक विकास : मानस बिहारी वर्मा


  वैज्ञानिक पद्धतिसँ होएत मिथिलाक विकास : मानस बिहारी वर्मा

दरभंगा, 25 दिसम्बर । कठिन परिस्थिति एलाक बादो जँ दृढ़ संकल्पित भऽ परिश्रम कएल जाए तँ स्थिति अनुकुल भऽ सकैत अछि। ई बात मिथिलाक प्रसिद्ध वैज्ञानिक मानस बिहारी वर्मा कहलनि। मीडियासँ बात करैत मंगलकेँ ओ कहलनि जे छात्र-छात्रा लोकनिकेँ  वैज्ञानिक पद्धतिसँ शिक्षा देल जेबाक चाही। एहिसँ हुनका लोकनिकेँ तैयारी करबामे मदति भेटतनि। मिथिलाक आर्थिक पिछड़ापनक सम्बन्धमे ओ कहलनि जे समाजमे वैज्ञानिक विधिसँ शिक्षाक विकास भेलापर समाजक सोचमे परिवर्तन आएत। ओ समय विकासक रहत। ओ एहि बातपर जोर देलनि जे आन आन ठाम विकासक बयार बहि रहल अछि, मुदा एहि ठाम किएक नञि? ओ जानकारी देलनि जे एहि लेल ओ मिथिलाक धरतीपर वैज्ञानिक प्रयोग कऽ रहल छथि। एकर परिणाम मोबाइल प्रयोगशाला भानक मदतिसँ देखल जा रहल अछि। गाम-देहातक धिया-पुता एहिसँ लाभ उठा अपन ज्ञान बढ़ा रहल छथि। ओ कहलनि जे मनुष्यकेँ सदिखन अपन मातृभूमिक सेवा करबाक चाही। मेहनति केलासँ सफलता अवश्य भेटत मात्र डेग बढ़ेबाक आवश्यकता अछि।

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