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सोमवार, 24 दिसंबर 2012

मिथिलाक सांस्कृतिसँ छी अभीभूत: डा. कलाम


  मिथिलाक सांस्कृतिसँ छी अभीभूत: डा. कलाम

पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिथिलाक संस्कृ तिसँ अभिभूत नजरि एला। अपन भाषणक आरम्भेमे ओ मिथिलाक समृद्ध संस्कृति, इतिहास, सामाजिक गतिविधि आ विकसित बौद्धिक चेतनाक चर्चा कहलनि जे भारतीय इतिहासमे एकर महान स्थान अछि। ओ कहलनि जे राजा जनकक धरती हुनका बहुत प्रभावित केलकनि अछि। ई धरती विश्व स्तरपर अपन फराक परिचय बनौने अछि। डॉ. कलाम अपन सहकर्मी रहल डॉ. मानस विहारी वर्माक खूब प्रशंसा केलनि। ओ कहलनि जे जाहि उमेरमे लोक ओछाएनपर पड़ल रहऽ चाहैत छथि ओहि बएसमे डॉ. वर्मा देशक भविष्य निर्माण लेल सुदूर गाममे अपन पसेना बहा रहल छथि। ओ मोबाइल प्रयोगशालाक उपयोगिता, आवश्यकता आ ओकर महत्वकेँ रेखांकित केलनि।
डॉ. वर्माक विकसित भारत फ ाउण्डेशनक गतिविधिपर बजैत डॉ. कलाम एहिमे मिथिला ग्राम विकास परिषदक सकारात्मक सहयोग लैत नारायणजी चौधरीकेँ धन्यवाद देलनि। डॉ. रामजी राघवण कहलनि जे ग्रामीण क्षेत्रमे गरीबक बच्चाक बीच फाउण्डेशन काज कऽ रहल अछि। डॉ. कलामक सपनाकेँ साकार करबामे फाउण्डेशन लागल अछि। एकरे प्रतिफल अछि जे आइ बिहार प्रदेशक बच्चा दोसर प्रान्तक छात्रकेँ पढ़ा रहल अछि। पटना विश्वविद्यालयसँ सेवा निवृत पूर्व समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष सह कल्याणी फाउण्डेशनक अध्यक्ष डॉ. हेतुकर झा मिथिलाक सामाजिक, सांस्कृ तिक, भौगोलिक, आध्यात्मिक आ  बौद्धिक क्षेत्रपर प्रकाश देलनि। एमएलएसएम कॉलेजक प्रधानाचार्य डॉ. विद्यानाथ झा मिथिलाक विशिष्ट वनस्पिति, फल, जीव-जन्तु आ चिड़ैपर स्लाइड प्रदर्शित केलनि। टिस्कोक पूर्व उपाध्यक्ष अभियन्ता राजेश्वर मिश्र आर्थिक विकासमे जुआनक भूमिकाकेँ रेखांकित केलनि ओतहि पीयुष केशव वर्तमान युवाक विकसित मस्तिष्कपर विचार रखलनि। एहिसँ पूर्व जखन पूर्व राष्ट्रपति आयोजन स्थलपर पहँँुचला तखन नेना-भुटका सभ हुनका गुलाबक फूलसँ स्वागत केलकनि।

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