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रविवार, 6 मई 2012

माँ मैथिलि केर बंधन स मुक्ति दियाऊ राज अपन लाऊ आबराज अपन लाऊ .


मिथिलाक गाम घर :

माँ मैथिलि केर बंधन स मुक्ति दियाऊ
राज अपन लाऊ आबराज अपन लाऊ .

हिमालय केर तनया माँ गिरिजा केर अनुजा
सीता केर धरनी किअक भेल अबला .
मात्रभूमि कर्ज किछु , माथ स हटाऊ
राज अपन लाऊ आबराज अपन लाऊ

घर मे बैसल केकरा भेटल अधिकारे
पुरुषार्थ आगा छै अपनत्व अगम्य पहारे
वीर धरा मिथिला के परिचय कराउ
राज अपन लाऊ आबराज अपन लाऊ .

विद्यापतिक झंडा मे लोह्रिक केर दंन्त्ता
भेदभाव त्याग जितव दुस्त केर लंका
अरे धम्कल सल्हेश केर , घोर दौराऊ
राज अपन लाऊ आबराज अपन लाऊ .

संघर्सक पथ पर विजय केर पताका
संख नाद भ गेले बतेतई बतासा
धीर वीर डेग अपन आगू बढ़ाऊ
राज अपन लाऊ आबराज अपन लाऊ .

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