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रविवार, 6 मई 2012

ओ धरती थिक मिथिला यौ .


मिथिलाक गाम घर :



जाहि धरती पर जानकी जनमल
ओ धरती थिक मिथिला यौ 
चाकर बनि जतय शंकर आओल 
ओ धरती थिक मिथिला यौ 
सकल चराचर भरी जगत मे 
कतहु नहीं भेटत एहन  नगरी यौ 
जाहि ठाम सुगा वेद पढैत अछि 
ओ धरती थिक मिथिला यौ .



कमला कोसी जतय बहैत अछि 
ओ धरती थिक मिथिला यौ 
राम केर सासुर जाहि ठाम देखब 
ओ धरती थिक मिथिला यौ 
ब्रह्मा विष्णु शंकर गाओल 
महिमा गाओल वेद पुराण 
बालो अहम् जगदानंद शंकर 
ओ धरती थिक मिथिला यौ .


                       रोशन कुमार झा 

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