मिथिलाक गाम घर :
हमर माँ
हमर माँ अनपढ़ अछि
ओ पढ़ी लिखी नहीं सकैत अछि
मुदा
जखन हम अप्पन
गाम जैत छि
ओ हमरा हिरदय स लगबैत अछि
अपन नोर केर सियाही स
लिखित अछि अप्पन
नेहक गीत
हमर माँ अनपढ़ अछि
ओ पढ़ी लिखी नहीं सकैत अछि
जखन हम
छुट्टी मे अप्पन गाम जाइत छलहु
ओ गामक छोट छीन चौक पर आबैत छल
तखन हमरा अप्पन छाती स लगा
अप्पन नोरक सियाही स
लिखैत छल
उदासी केर गीत
रोशन कुमार झा
हमर माँ
हमर माँ अनपढ़ अछि
ओ पढ़ी लिखी नहीं सकैत अछि
मुदा
जखन हम अप्पन
गाम जैत छि
ओ हमरा हिरदय स लगबैत अछि
अपन नोर केर सियाही स
लिखित अछि अप्पन
नेहक गीत
हमर माँ अनपढ़ अछि
ओ पढ़ी लिखी नहीं सकैत अछि
जखन हम
छुट्टी मे अप्पन गाम जाइत छलहु
ओ गामक छोट छीन चौक पर आबैत छल
तखन हमरा अप्पन छाती स लगा
अप्पन नोरक सियाही स
लिखैत छल
उदासी केर गीत
रोशन कुमार झा
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