सुतल मैथिल आबहु जाग
केहन भेल छै पागक भाग
सुतल मैथिल आबहु जाग
केs कटतउ बारी केर साग
छौ फुफकारैत बैसल नाग
नहि देखै छै दिन ओ राति
बांटि रहल कहि कs जाति
बी एलर्ट पछतायब पछाति
चिन्ह केs कुकुराहाक नाति
बैसल अछि घर मे नोचय चार
लड़ा रहल कहि बाभन ओ रार
ओझरओने ओ छुतहरबा सार
पहिरि बैसल छौ मखानक हार
कहैछ निज कें मैथिल सेवी
काटि रहलैछ बरमहल जेबी
पूछही कहतौ दिस दैट मे बी
ध्यान लगौने कतय जिलेबी
देखैत लगइए मिधि-मिसराइन
मिथिला हेतु अछि बड़का डाइन
आंगुर जोडैए थ्री-सिक्स-नाइन
जखन-तखन छकरइए आइन
मैथिल सम्हरै छौ एखने बेर
बनल बैसल छौ नढ़िया शेर
लाभ देखैत ओ टपकाबय लेर
ने बाट बिसर सुनि बातक फेर
मिथिला जनैछ निश्चय विद्वान्
उडै छैक कौआ पकड़ तों कान
पावन पाग-पान, माछ-मखान
मैथिल केर यएह थिक पहिचान
— रूपेश कुमार झा 'त्योंथ'
केहन भेल छै पागक भाग
सुतल मैथिल आबहु जाग
केs कटतउ बारी केर साग
छौ फुफकारैत बैसल नाग
नहि देखै छै दिन ओ राति
बांटि रहल कहि कs जाति
बी एलर्ट पछतायब पछाति
चिन्ह केs कुकुराहाक नाति
बैसल अछि घर मे नोचय चार
लड़ा रहल कहि बाभन ओ रार
ओझरओने ओ छुतहरबा सार
पहिरि बैसल छौ मखानक हार
कहैछ निज कें मैथिल सेवी
काटि रहलैछ बरमहल जेबी
पूछही कहतौ दिस दैट मे बी
ध्यान लगौने कतय जिलेबी
देखैत लगइए मिधि-मिसराइन
मिथिला हेतु अछि बड़का डाइन
आंगुर जोडैए थ्री-सिक्स-नाइन
जखन-तखन छकरइए आइन
मैथिल सम्हरै छौ एखने बेर
बनल बैसल छौ नढ़िया शेर
लाभ देखैत ओ टपकाबय लेर
ने बाट बिसर सुनि बातक फेर
मिथिला जनैछ निश्चय विद्वान्
उडै छैक कौआ पकड़ तों कान
पावन पाग-पान, माछ-मखान
मैथिल केर यएह थिक पहिचान
— रूपेश कुमार झा 'त्योंथ'
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