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शुक्रवार, 6 अप्रैल 2012

डी . ऍम बिटिया .


मिथिलाक गाम घर :

डी . ऍम  बिटिया .


अवंतिका केर माई मरी चुकल छलै आ बाबु दोसर विवाह क लेल कैक .
नवकि माई अबिते देरी अवंतिका केर नहीं जानी किअक मों नहीं लागैत छलैक  .
एक दीन अवंतिका अप्पन बाबु सा कहलकैक नवकि माई हमरा नहीं मानित अछि , आहा हमरा नानी गाम पता दियौक आ ओ अप्पन नानी गाम चली गेल .

करीब - करीब ५० साल बीती गेल मुदा अवंतिका घुरी केर अप्पन गाम कहियो नहीं अओली . नाना - नानी हुनक विवाह एक ता  आइ. पि . एस लड़का सा करबा देलक .
अवंतिका अप्पनो पढबा मे तेज छली आ आइ .ए .एस  भ गेली .

एक दीन अवंतिका अप्पन पंचयत केर दौरा पर छली ओही दीन ओही थाम एक ता नव वालिका विद्यालय केर उदघाटन छल .
अवंतिका जखन अप्पन गाम पहुँचली टी हुनका स मददी मांग बाक लेल बहुतो गोते आयल छलाह जाहि मे अवंतिका केर बाबु आ माई सेहो छलथिन .

ओ अवंतिका केर चिनिः नहीं पोलक मुदा अवंतिका देखिते देरी चिनिः लेलक .
अवंतिका केर बाबु कहलथिन अवंतिका स, हाकिम हमारा हमर जानमाल अप्पने घर  स मारी पिट्टी  केर भगा देलक आ जमीन सेहो हथिया लेलक .
अन्न - अन्न केर मोहताज भ गेलहु आ दर - दर भटकी रहल छि .
किछु मदद क दियौक बार आस ल केर अपने लग आयल छि .

अवंतिका हुनकर पाँव छुबी गोर लागल्थिन आ भरल सभा  मे कहलथिन  अप्पनेक जानमाल एक ता संतान हम हु छि , की आहा हमरा लग रहब ?
सम्पूर्ण गाम मे नवकि डी .ऍम  बेटिया केर वाह - वाही भ रहल छल आ कही रहल छल जे की नहीं जानी बिधाता केकर दिन  कहिया   घुर देता  .

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