Blogger templates

बुधवार, 11 अप्रैल 2012

मिथिलाक गाम घर :

मिथिलाक गाम घर :

मिथिला नगरिया में जानकी जनम लई रे जान , 
रे जान , जानकी जनम लई रे जान ,
रे जान , धन्य भे लई मिथिला नगरियो रे जान .

रजा विदेह बद्द , तप - पुण्य केल कई रे जान .,
रे जान ,.तप - पुण्य केल कई रे जान .,
रे जान , जगत जननी मिथिला आयली रे जान .

चलू , चलु ,चलू बहिना सीता केर अन्गन्मा रे जान ,
रे जान , सीता केर अन्गन्मा रे जान ,
रे जान चले - चलू करैले , दर्शान्वा रे जान .

पितर के थरिया ल हम सब बजेबाई रे जान ,
रे जान ,हम सब बजेबाई रे जान ,
रे जान सब मिली मंगल गीत गेबै रे जान .

रोशन कुमार झा

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें