मिथिलाक गाम घर :
मिथिला नगरिया में जानकी जनम लई रे जान ,
रे जान , जानकी जनम लई रे जान ,
रे जान , धन्य भे लई मिथिला नगरियो रे जान .
रजा विदेह बद्द , तप - पुण्य केल कई रे जान .,
रे जान ,.तप - पुण्य केल कई रे जान .,
रे जान , जगत जननी मिथिला आयली रे जान .
चलू , चलु ,चलू बहिना सीता केर अन्गन्मा रे जान ,
रे जान , सीता केर अन्गन्मा रे जान ,
रे जान चले - चलू करैले , दर्शान्वा रे जान .
पितर के थरिया ल हम सब बजेबाई रे जान ,
रे जान ,हम सब बजेबाई रे जान ,
रे जान सब मिली मंगल गीत गेबै रे जान .
रोशन कुमार झा
मिथिला नगरिया में जानकी जनम लई रे जान ,
रे जान , जानकी जनम लई रे जान ,
रे जान , धन्य भे लई मिथिला नगरियो रे जान .
रजा विदेह बद्द , तप - पुण्य केल कई रे जान .,
रे जान ,.तप - पुण्य केल कई रे जान .,
रे जान , जगत जननी मिथिला आयली रे जान .
चलू , चलु ,चलू बहिना सीता केर अन्गन्मा रे जान ,
रे जान , सीता केर अन्गन्मा रे जान ,
रे जान चले - चलू करैले , दर्शान्वा रे जान .
पितर के थरिया ल हम सब बजेबाई रे जान ,
रे जान ,हम सब बजेबाई रे जान ,
रे जान सब मिली मंगल गीत गेबै रे जान .
रोशन कुमार झा
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