मिथिलाक गाम घर :
मोन एहन जे मानबे नहि करैए
बहूत मनेलौ मुदा नाहीये मानिए
राति नहीं बुझत दिन नहीं बुझत
नब नब नाटक हर रोज करैए
हम पूछलये किछु कहू हमरा स
मुदा हमरो स ओ किछु नहीं कहिए
सदिखन बैसल रहल दलान म
जेना लागैए ओ ककरो बाट ताकैए
किअक नहीं एले एखन धरि तक
"रोशन" जग जकरा स प्रेम करैए
मोन एहन जे मानबे नहि करैएबहूत मनेलौ मुदा नाहीये मानिए
मोन एहन जे मानबे नहि करैए
बहूत मनेलौ मुदा नाहीये मानिए
राति नहीं बुझत दिन नहीं बुझत
नब नब नाटक हर रोज करैए
हम पूछलये किछु कहू हमरा स
मुदा हमरो स ओ किछु नहीं कहिए
सदिखन बैसल रहल दलान म
जेना लागैए ओ ककरो बाट ताकैए
किअक नहीं एले एखन धरि तक
"रोशन" जग जकरा स प्रेम करैए
मोन एहन जे मानबे नहि करैएबहूत मनेलौ मुदा नाहीये मानिए
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