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शनिवार, 21 अप्रैल 2012

सौराठ सभा


सौराठ सभा ...

शादी-विआह के लेल मिथिलाक मशहूर सौराठ सभा . सौराठक सभागाछी मधुबनी के पास अछि. मधुबनी सं रहिका जाए के रास्ता मे. मधुबनी सं करीब 6 किलोमीटर दूर. मधुबनी सं बस... जीप... मैक्सी आ फेर रिक्शा सं सेहो जा सकय छी. दरभंगा सं एहिठाम अहां रहिका भs जयनगर जाए वाला बस... कोच सं या दरभंगा-रहिका के बीच चलय वाला मैक्सी सं जा सकय छी.
पहिने सौराठ सभा के एहि सभागाछी मे खुब रमन-चमन रहय छल. हमर गाम दरभंगा सं रहिका जाए के रास्ता मे अछि. हमरा याद अछि जे आई सं 15-20 साल पहिने धरि एहिठाम लगन भरि मेला जकां माहौल रहैत छल. दूर-दूर सं लोक आबैत छलखिन्ह. सरकारक तरफ सं विशेष रूप सं सभागाछी जाए लेल स्पेशल बस चलाएल जाएत छल. चारु कात रेशमी कुर्ता... ललका धोती... ललका पाग पहिनने... हाथ मे बेंत आओर पान चबाबैत लोक. दुनिया भर मे रहय वाला मैथिल ब्राह्मण शादी के लेल एहि ठाम आबैत छलाह. एहिठाम दूल्हा के संग हुनकर परिवार के लोक सभ आबि सभागाछी मे आमक गाछक नीचा बैसय छलाह. कन्या पक्ष के लोक सेहो आबय छलाह. वर पक्ष आओर कन्या पक्ष के बीच शास्त्र-वेद... पढ़ाई- लिखाई पर चर्चा होएत छल. जतेक पढ़ल लिखल वर... ओतेक मांग. हुनका ठाम ओतेक भीड़.
कई बेर त एकहिं वर पर कइटा कन्या पक्ष वाला लागि जाए छलाह. एहन स्थिति मे एहिठाम जोरगर लोक... पाईवाला लोक वर पक्ष के ई कहि अपना पक्ष मे करय लगलाह जे हम सुन्नर... गुणवती लड़की के संग अहां के मोटर गाड़ी... सोना-गहना... खेत... रुपया-पैसा सेहो देब. इलाका मे हमर ई दबदबा अछि त हमर ई प्रतिष्ठा अछि. हमर समांग एतेक पढ़ल-लिखल छथि त ओ फलां-फलां विभाग मे काज करैत छथि. वर पक्ष के अपना पक्ष मे करय लेल कन्या पक्ष के लोक हर संभव जतन करय लगलाह. मिथिला मे दहेज प्रथा एहिठाम सं जोर पकड़ल.
पहिने त शादी योग्य सभ वर पक्ष आओर कन्या पक्ष के लोक एतय जुटय छलखिन्ह. मुदा आब एहिठाम गिनल-चुनल लोक आबय छथिन्ह. आब त गाम-घर पर बैसले-बैसल सभ तय करि लेल जाएत अछि. कन्या के शादी योग्य होएतहिं वर के तलाश शुरू भs जाएत अछि. एहि बातक खोज शुरू भs जाएत अछि कि कोन गाम मे कोन-कोन योग्य लड़का अछि. किनकर बालक नीक पद पर काज कs रहल छथि. कोन लड़का नीक पाई कमा रहल छथि. पता लगतहिं सूत्र तलाश... नेटवर्क जोड़ि वर पक्ष के पक्ष मे करय के कोशिश कएल जाएत अछि. एहन लोक के खोजल जाएत अछि जिनकर धाक वर पक्ष पर चलैत छनि. जिनकर उपकार के बोझक तर ओ दबल रहय छथिन्ह. ओहन लोक के पकड़ि वर पक्ष पर दबाव बनाएल जाएत अछि. वर पक्ष के कर्जा- परेशानी के बारे मे पता लगाएल जाएत अछि. ई सभ पता लगला के बाद ओहिठाम सं सेहो काज बनाबय के कोशिश कएल जाएत अछि. लड़की के लेल नीक... सुयोग्य वर के तलाश ओहिना नहिं पूरा होएत अछि. वर के लेल बड़ तिकड़म करय पड़ै छै.
पहिने त सौराठ सभा मे सभ होएत छल. आब त सभ किछ तय भ गेलाह के बाद लोक सिर्फ पंजीकार सं पंजी मिलान कs विआहक अनुमति लेबय लेल पहुंचय छथिन्ह. पंजीकार ई देखय छथिन्ह जे कन्या पक्ष ओर वर पक्ष के बीच सात पुरखा तक कोनो रक्त संबंध त नहिं छनि. पंजी व्यवस्था मे मातृकुल के ओर सं पांच पीढ़ी आओर पितृकुल के सात पीढ़ी... पुरखा तक खून के रिश्ता के देखल जाएत अछि. अगर एहि बीच मे कोनो संबंध निकलि जाएत अछि त फेर विआह नहि होएत अछि. रक्त संबंध निकलि गेलाह पर विआहक संबंध नहि जोड़ल जाएत अछि.
सौराठ सभा के चमक कम होए के एकटा कारण दहेज विरोधी आंदोलन के सेहो अछि. पिछला किछ साल सं एहिठाम दहेज विरोधी आंदोलन सं जुड़ल लोक सभ सेहो अपन झंडा-बैनर ल पहुंचि जाए छथिन्ह. ओ सभ लोक के दहेज के विरोध मे जागरूक करय छथिन्ह. बताबय छथिन्ह जे दहेज पढ़ल-लिखल... शिक्षित समाज के लेल कलंक अछि. असल मे दुनिया भर मे लोक सौराठ सभागाछी के दूल्हा बाजार नाम सं सेहो जानैत अछि. नौकरी के हिसाब सं दूल्हा... वरक कीमत लगाएल जाएत अछि. आईएएस... आईपीएस... एलाएड... बैंक... एसएससी... टीचर आओर कर्मचारी सभ के अलग-अलग रेट. शादी तय भेलाह के बाद गाम मे चर्चा सेहो होएत रहय छल छल जे फलां के एतेक पाई मिललन्हि... त फलां के विआह एतेक पाई मे तय भ गेल. ओना किछ लोक पर दहेज विरोधी आंदोलन के असर सेहो छनि. ओ आदर्श विआह पर जोर दैत छथिन्ह. एहन होबाको चाही.

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